
संवाददाता- कृष्णकान्त श्रीवास्तव
- छः सौ से भी ज्यादा हैं पंजीकृत वेंडर
- अठत्तर हजार तक की उपलब्ध है सब्सिडी
- ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी को अठारह हजार रुपये प्रति किलोवॉट की सब्सिडी
- रेसिडेंशियल वेलफेयर एसोसिएशन को भी अठारह हजार रुपये प्रति किलोवाट सब्सिडी का लाभ है उपलब्ध ।
मध्यप्रदेश में सोलर प्लांट लगाने में बहुत तीव्रता से बढ़ोत्तरी हो रही है जिसमें की विद्दयुत विभाग, निजी कंपनी और मीडिया की मदद से प्रचार प्रसार भी किया जा रहा है। लेकिन इसके बाद भी आंकड़ों की बात करें तो ये कहना गलत नही होगा कि दिल्ली अभी बहुत दूर है क्योंकि पोर्टल पर दर्शाई गई जानकारी के हिसाब से अब तक कुल 60,02,682 ( साठ लाख दो हजार छः सौ ब्याशी) आवेदन हुए हैं जिसमें से मध्यप्रदेश में मात्र 98,549( अठानवे हजार पांच सौ उनञ्चास) आवेदन ही हुए हैं वहीं अगर इंस्टालेशन की बात करें तो जहां देश में कुल इंस्टालेशन चौदह लाख अठावन हजार पांच सौ बत्तीस(14,58,532) हैं तो वहीं अपने प्रदेश में मात्र अभी संतावन हजार बासठ ( 57,062) ही पूरे हुए हैं।
पोर्टल की जानकारी के अनुसार देश में अभी तक कुल 18,24,304 घरों पर इंस्टालेशन हुआ है और मध्यप्रदेश में 60,164 घरों में ही सोलर इंस्टॉल हो पाया है ।
आंकड़ों को देख कर तो यही कहा जा सकता है कि सौर ऊर्जा के क्षेत्र में व्यापार, रोजगार के असीम संभावनाएं उपलब्ध हैं। और अगर बेहतर ढंग से प्रसार प्रसार और प्रयास किया जाए तो आने वाले समय में पूरे देश के सोलर आवेदन में हम बहुत बड़े आंकड़ों को छूने में सफल हो पाएंगे।।