
कटनी (संवाददाता- संदीप मौर्य)
कटनी जिले के स्लीमनाबाद थाना अंतर्गत माध्यमिक शाला टिकरिया में पदस्थ एक शिक्षक के साथ बैंक धोखाधड़ी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। शिक्षक के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया शाखा स्लीमनाबाद स्थित बचत खाते से मात्र तीन दिनों में 2,27,359.27 की राशि गायब हो गई। पीड़ित शिक्षक ने बैंक पर गंभीर लापरवाही और संलिप्तता का आरोप लगाते हुए राशि वापसी की मांग की है।
शिकायत के अनुसार शिक्षक का बचत खाता क्रमांक 11480597062 (CIF 81210502634) है, जिस पर एटीएम कार्ड भी जारी है। 13 अगस्त 2025 से 16 अगस्त 2025 के बीच खाते से क्रमशः रुपये 30,000, 50,000, 34,500, 66,000 और 46,856.27 की राशि डेबिट की गई। आश्चर्य की बात यह है कि इन ट्रांजेक्शनों के दौरान न तो ओटीपी भेजा गया और न ही एसएमएस अलर्ट प्राप्त हुआ। कुल मिलाकर 2,27,359.27 रुपये की निकासी दर्ज की गई।
पीड़ित शिक्षक का आरोप
शिक्षक का कहना है कि बैंक की ओर से किसी भी प्रकार की सूचना नहीं दी गई। “मेरे खाते से बिना ओटीपी और बिना नेटबैंकिंग के इतनी बड़ी रकम कैसे निकली, यह गंभीर सवाल है। यह बैंक की लापरवाही नहीं, बल्कि संलिप्तता प्रतीत होती है।”
शिक्षक द्वारा बताया कि 16 अगस्त को एक अज्ञात नंबर (91160008004) से फोन आया, जिसमें कहा गया कि उनके खाते से राशि निकाली जा चुकी है। तो शिक्षक को विश्वास नहीं हुआ क्योंकि उसे दिन छुट्टी का दिन था तो शिक्षक द्वारा जिस दिन बैंक चालू हुआ तो बैंक में जाकर पता किया तब यह मामला उन्हें पूरा मामला धोखाधड़ी का पता चला।
बैंक पर लापरवाही का आरोप
शिकायतकर्ता ने कहा कि तीन दिनों तक खाते से बड़ी-बड़ी रकम निकलती रही, लेकिन बैंक की ओर से किसी भी प्रकार का अलर्ट नहीं आया। यदि बैंक ने समय रहते संदेश भेजे होते तो वह तुरंत कार्रवाई कर सकते थे।
पीड़ित शिक्षक ने साफ कहा है कि यदि बैंक प्रबंधन शीघ्र ही राशि वापस नहीं करता तो वे शाखा प्रबंधक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने को मजबूर होंगे।
बड़ा सवाल
बिना ओटीपी और बिना नेटबैंकिंग की प्रक्रिया के खाते से इतनी बड़ी राशि आखिर कैसे आहरित हो गई?
क्या इसमें साइबर फ्रॉड गैंग का हाथ है या बैंकिंग सिस्टम की कमजोरी उजागर हुई है?